जींद में भव्य विशाल शोभा यात्रा एवं कलश यात्रा का आयोजन, जिले का है राम से गहरा नाता, देखें क्या है नाता
Grand Procession and Kalash Yatra Organized
अर्थ प्रकाश/नीरज सिंगला
जींद, 20 जनवरी। Grand Procession and Kalash Yatra Organized: अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष में आज यहां रिद्धि-सिद्धि क्लब द्वारा भव्य विशाल शोभा यात्रा एवं कलश यात्रा का आयोजन किया गया। जींद के विधायक डॉ कृष्ण मिढ़ा ने शोभा यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना किया।
शहर में शोभा यात्रा के दौरान जाम की स्थिति बन गई लेकिन लोगों का उत्साह और जय श्री राम के नारों से पूरा शहर गूंजायमान होता रहा। शोभा यात्रा में कलश यात्रा सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी। विशाल कलश यात्रा में 500 से ज्यादा महिलाएं पूरे शहर में घूमी। भगवान श्री राम की झांकियां, महर्षि वाल्मीकि की झांकी और हनुमान के स्वरूपों ने पूरे शहर में धूम मचाने का काम किया।
विशाल शोभा यात्रा एवं कलश यात्रा के दौरान महिलाएं और पुरुष नाचते गाते हुए चल रहे थे। भगवान राम की राम जन्मभूमि में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जितना उत्साह दिखाई दिया वह इस बात का प्रमाण है कि जींद शहर अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरी तरह से तैयार है।
जींद के विधायक डॉ कृष्ण मिढ़ा ने इस अवसर पर कहा कि आज यह विशाल शोभा यात्रा एवं कलश यात्रा निकाली गई है और 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के समय उनके निवास पर विशाल संकीर्तन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में शहर के लोग और महिलाएं भाग लेंगी।
शोभा यात्रा के दौरान सभी दुकानदारों को भगवान श्री राम का पटका दिया गया। इस अवसर पर पूजित अक्षत भी वितरित किए गए। जींद के लोगों का आह्वान किया कि वह 22 जनवरी को एक बार फिर दीपावली की तरह दिए जलाकर दीपावली और भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा का आनंद ले। उन्होंने कहा कि लोगों का यह उत्साह इस बात का प्रमाण है कि 500 साल बाद जब भगवान राम अपने घर में आ रहे हैं तो लोग उसका जश्न मनाने को पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने कहा कि कितने ही लोग भगवान राम के उनके घर में विराजने को लेकर अपने प्राण त्याग गए। उन्होंने खुद को सौभाग्यशाली बताया कि उन्हें अपने जीवन में यह अवसर देखने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि आज हम जो यह जश्न मना रहे हैं उसके लिए वह कार सेवक बधाई के पात्र हैं जिन्होंने राम जन्मभूमि आंदोलन में अपने प्राणों की आहुति दी या वह उस आंदोलन में बढ़ चढ़कर भाग लेने गए थे।
जींद जिले का है राम से गहरा नाता
नीरज सिंगला
अयोध्या में भगवान श्री राम की जन्म भूमि पर भव्य मंदिर निर्माण और गर्भ गृह में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को होगा। पूरा देश इस समय करीब सवा 2 महीने बाद एक बार फिर दिवाली मनाने की तैयारी में है।
दिवाली का सीधा संबंध भगवान श्री राम से है। दिवाली इसलिए मनाई जाती है क्योंकि उस दिन भगवान श्री राम अपना 14 वर्ष का वनवास पूरा कर अयोध्या लौटे थे। उनके अयोध्या आगमन पर लोगों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया था। वही प्रथा वही परंपरा भगवान राम के कार्यकाल से लगातार चली आ रही है।
हरियाणा की माटी में राम शब्द का कितना महत्व है? इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां आज भी हेलो, हाय, गुड मॉर्निंग से ज्यादा राम राम शब्द का प्रयोग होता है। पहला व्यक्ति राम-राम करता है तो दूसरा व्यक्ति उसका जवाब दो बार राम-राम से देता है।
जींद जिले का राम से महत्व बहुत गहरा है। हालांकि जींद की भूमि को महाभारत कालीन माना जाता है लेकिन जींद की माटी में राम किस कदर समाए हुए हैं इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है की जींद जिले के 7 गांव के नाम भगवान श्री राम के नाम पर हैं। इन गांव में खरक रामजी, रामगढ़ ढाणी, रामकली, रामराय, रामराय खेड़ा, रामनगर, रामपुरा शामिल हैं। हालांकि जिले के गांव के नाम दूसरे देवी देवताओं के नाम पर भी हैं लेकिन किसी भी देवता या भगवान के नाम पर इतने गांवों के नाम नहीं हैं। हालांकि सच यह भी है की इन गांवों के नाम के पीछे भगवान श्री राम की भूमिका नहीं है लेकिन आज जब पूरा देश अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के जश्न में डूबा है तो यह गांव भी इससे अछूते नहीं है और उन्हें इस बात का गर्व है कि उनके गांव का नाम भगवान श्री राम के नाम के साथ सीधा जुड़ा हुआ है।
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